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नागौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा का टिकट तथा आरएलपी गठबन्धन

 

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के अंदर राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों को लेकर मंथन हो रहा है। लेकिन राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा चर्चा इस बार भी नागौर लोकसभा सीट की हो रही है की इस बार नागौर से बीजेपी किस नेता पर दाव खेलेगी और कांग्रेस भाजपा का मुकाबला करने के लिए कौनसे नेता को सामने ला रही है इसके साथ ही नागौर लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनिवाल की क्या भूमिका रहेगी? क्या हनुमान बेनीवाल किसी पार्टी से गठबंधन करेंगे या फिर अकेले ही चुनाव लडेंगे! आइए जानते हैं।



लोकसभा चुनाव को लेकर नागौर लोकसभा सीट पर इस बार भाजपा के टिकट पर प्रमुख तौर पर दो नाम ज्योति मिर्धा और सीआर चौधरी का सामने आ रहा है। बताया जा रहा है की नागौर से बीजेपी के टिकट पर लगभग ज्योति मिर्धा का नाम फाइनल हो चुका है सिर्फ ओपचारिक घोषणा होनी बाकी है।


जबकि कांग्रेस की बात की जाए तो नागौर के साथ ही राजस्थान की 25 सीटों पर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिल्ली में लॉबिंग कर रहे है की वो लोकसभा का चुनाव लडना नही चाह रहे है। क्युकी उनको भी अंदर ही अंदर एक ही डर सता रहा है की भाजपा की आंधी के सामने वो दूर दूर तक नही टिक पाएंगे। जिसके बाद कांग्रेस युवा नेताओं को आगे ढेकलेना चाहती है। ऐसे में खबर आ रही है की राजस्थान की 25 में से कम से कम 15 में से 20 सीटों पर कांग्रेस युवाओं को टिकट देगी।



बात की जाए नागौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के टिकट की तो कई नाम सामने आ रहे है। यहां पर स्वर्गीय नाथूराम मिर्धा के पोते और भाजपा से एक बार सांसद रहे चुके भानु प्रकाश मिर्धा के बेटे मनीष मिर्धा ने भी कांग्रेस के दावेदारी पेश की है। इसके आलावा नागौर से विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माने जाने वाले हरेंद्र मिर्धा को लेकर भी गहरी चर्चा हो रही है ऐसे में इस बार के लोकसभा चुनाव में नागौर सीट पर मिर्धा vs मिर्धा में मुकाबला देखने को मिल सकता है। इसके आलावा भी कांग्रेस में युवा नेता मुकेश भाकर को टिकट देने की भी चर्चा हो रही है। मुकेश भाकर लगातार दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर नागौर जिले की लाडनूं विधान सभा से विधायक बनकर आए है। इसके आलावा मुकेश भाकर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे चुके है। मुकेश भाकर के आलावा डीडवाना से पूर्व विधायक चेतन डूडी और नावां से पूर्व विधायक महेंद्र चौधरी को लेकर भी चर्चा हो रही है। एक तरफ देखा जाए तो नागौर से कांग्रेस में टिकट मांगने वालों की लिस्ट लंबी है और आगामी दिनों में टिकट की खींचतान का मामला खुले में आ सकता है 2019 के लोकसभा के समय जो विरोध टिकट को लेकर देखने को मिला वो एक बार फिर सामने आ सकता है।



वही बात की जाए rlp के हनुमान बेनीवाल की तो फिलहाल दोनो पार्टियों में हनुमान बेनिवाल संपर्क साधे हुए हैं। लेकिन उनकी प्रत्मिकता भी पहले बीजेपी से है अगर बीजेपी उनसे गठबंधन नहीं करती है तो फिर वो कांग्रेस से भी बात चला रहे है। बताया जा रहा है उन्होंने बीजेपी से एक नागौर की सीट मांगी है। उन्होंने कहा की मुझे नागौर की लोकसभा सीट दे दी जाए और जयपुर ग्रामीण से ज्योति मिर्धा को टिकट दिया जाए दोनो सीटों पर हम जीत कर आ जायेंगे। इसके सात ही कांग्रेस से बेनीवाल ने दो सीटों की मांग की है जिसमे नागौर के साथ ही बाड़मेर की सीट मांगी है। लेकिन कांग्रेस का भी एक धड़ा बेनीवाल से गठबंधन करने से नाराज बताया जा रहा है। अगर कांग्रेस से बेनीवाल का गठबंधन होता है तो वो खुद चुनाव नही लड़ कर अपने भाई नारायण बेनीवाल को चुनावी मैदान में उतर सकते है। वही बीजेपी गठबंधन करती है तो एक बार फिर खुद लोकसभा का चुनाव लड़ सकते है।


अगर दोनो ही पार्टी हनुमान बेनिवाल की पार्टी से गठबंधन नहीं करती है तो अपने पार्टी का वर्चस्व बचाने के लिए बेनीवाल बाड़मेर और नागौर सीट पर अपने दम पर प्रत्याक्षी उतार सकते है।

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