राजस्थान की तीन विधानसभा सहाड़ा (sahada), सुजानगढ़ (sujangarh) और राजसमंद (Rajsamand) में होने जा रहे उपचुनाव के लिए 17 अप्रैल को वोटिंग होगी। इन तीनों सीटों पर कांग्रेस (congress) और बीजेपी(bjp) के अलावा हनुमान बेनीवाल (hanuman Beniwal) की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (rashtriya loktantrik party) के उम्मीदवार मैदान में है।
सहाड़ा से कांग्रेस की तरफ से गायत्री देवी (gayatri devi triwdi) मैदान में है तो बीजेपी ने जाटों को साधने के लिए रतनलाल जाट (Ratanlal Jat) को टिकट दिया वही हनुमान बेनीवाल के इनका समीकरण बदलने के लिए बीजेपी के पूर्व प्रत्याक्षी के भाई बद्रीलाल (badrilal jat) जाट को मैदान में उतारा है। यह सीट कांग्रेस के दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी (Kailash Triwadi) के निधन के कारण खाली हुई है। यहां पर कांग्रेस ने वोटरों की सहानुभूति के लिए कैलाश त्रिवेदी की पत्नी को टिकट दिया है।
सुजानगढ़ से कांग्रेस ने मनोज कुमार मेघवाल (manoj kumar meghwal) को उतारा है और बीजेपी ने खेमाराम मेघवाल (khemaram meghwal) को उतारा तो RLP ने सीताराम नायक (Sitaram Nayak) को अपना उम्मीदवार बनाया है। यह सीट कांग्रेस के दिवंगत विधायक और मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के निधन से खाली हुई है। कांग्रेस ने मास्टर भंवरलाल मेघवाल (master bhanwar lal meghwal) के बेटे मनोज कुमार मेघवाल को टिकट देकर सहानुभूति लेने की कोशिश की है।
राजसमंद सीट बीजेपी के दिवंगत विधायक किरण महाश्वेरी (kiran mahashvri) के निधन के बाद खाली हुई है। यहां पर भाजपा ने भी सहानुभूति लेने के लिए किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति माहेश्वरी (Dipti Mahashvri) को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने तनसुख बोहरा (Tansukh Bohra) को टिकट दिया है। वही हनुमान बेनीवाल ने गुर्जर वोट साधने के लिए प्रहलाद खटाना (Prahlad Khatana) को प्रत्याक्षी बनाया। आप को बता दे की पिछले चार विधानसभा चुनावों से यह सीट बीजेपी के कब्जे में है।
सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र जातिगत समीकरण
सबसे पहले बात कर लेते है सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव के जातिगत समीकरण के बारे में तो सहाड़ा विधानसभा में कुल वोटरों की संख्या 2,47,400 है। जहां पुरुष मतदाता की संख्या 1,24,100 और महिला मतदाता की संख्या 1,23,300 है। 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां पर 73.56 प्रतिशत मतदान हुआ वही 2019 के लोकसभा चुनाव में 61.73 प्रतिशत मतदान हुआ।
जातिगत समीकरण
जाट 40000
ब्राह्मण 4000
गाडरी 39500
एससी 30000
भील 16000
राजपूत 15000
गुर्जर 15000
कुमावत 13000
महाजन 12000
मुस्लिम 15000
सहाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस की नजर सबसे अधिक मुस्लिम वोट बैंक पर है। कांग्रेस को ब्राह्मण के पूरे वोट मिलने की उम्मीद है वही एससी और महाजन के वोट मिलने की उम्मीद है। वही बीजेपी को नजर जाट वोट बैंक पर सबसे अधिक है इसके अलावा राजपूत और कुमावत के वोटों में भी भाजपा की नगर है। बात कर हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की तो इसे बीजेपी को ज्यादा नुकसान होने की उम्मीद जताई जा रही है। क्युकी बेनीवाल का प्रभाव सबसे ज्यादा जाटों पर है इस में rlp ने जाटों के वोट ले लिया तो बीजेपी को नुकसान होने तह है। वही आरएलपी को गुर्जर वोटरों से भी बड़ी आस है। इस में यह कहा जा सकता है की सहाड़ा विधानसभा से कांग्रेस और बीजेपी में टक्कर रहने वाली है।
सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र जातिगत समीकरण
अब बात कर लेते है सुजानगढ़ के जातिगत समीकरण के बारे में तो सुजानगढ़ में कुल मतदाताओं की संख्या 2,74,792 है। जहां पुरुष मतदाता की संख्या 1,46,374 हैं तो महिला मतदाता की संख्या 1,31,418 है।
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 83,632 वोट लिए थे वही बीजेपी ने 44,883 वोट हासिल किए थे। सुजानगढ़ में सबसे ज्यादा प्रभाव जाट मतदाताओं का है।
जातिगत समीकरण
जाट 63000
मेघवाल 45000
राजपूत 38000
मुस्लिम 32000
ब्राह्मण 30000
यहां पर भी कांग्रेस की नजर मुस्लिम मतदाताओं पर है। वही सहानुभूति के तौर पर मेघवालों के भी ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है। वही बीजेपी की नजर जाट, राजपूत और ब्राह्मणों के मतदाता पर है। जबकि हनुमान बेनीवाल को जाटों के वोट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। यहां पर बीजेपी सीट निकल सकती थी पर बीजेपी का हनुमान बेनीवाल ने खेल बिगड़ दिया है ऐसे में यहां पर भी कांग्रेस और बीजेपी टक्कर में आ गई है।
राजसमंद विधानसभा क्षेत्र जातिगत समीकरण
अब बात कर लेते है राजसमंद विधानसभा उपचुनाव में जातिगत समीकरण की तो राजसमंद में कुल मतदाताओं की संख्या 2,21,610 है। जहां पर पुरुष मतदाता की संख्या 1,12,718 है तो महिला मतदाता की संख्या 1,08,892 है। इस सीट पर सबसे अधिक प्रभाव अनुसूचित जाति का है।
जातिगत समीकरण
अनुसूचित जनजाति 37604
कुमावत 30839
जाट 22053
अजजा 15761
गुर्जर 19228
ब्राह्मण 18862
जैन 16472
राजपूत 16470
मुस्लिम 14531
तैली 7382
यहां पर बीजेपी हनुमान बेनीवाल के उम्मीदवार उतारे से ज्यादा नुकसान बीजेपी को पहुंच सकता है। इसी को लेकर कुछ दिन पहले बीजेपी के प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने आरएलपी को कांग्रेस को बी टीम बताया था। यहां पर भी कांग्रेस और भाजपा दोनों में टक्कर देखने को मिल सकती है।
हालांकि सही पता तो जब 2 मई को परिणाम घोषित होने उसी दिन चलेगा की कौनसी पार्टी बाजीगर बनकर उभरती है।
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