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महिपाल मदेरणा का जीवन परिचय | Mahipal Maderna Biography

 



मारवाड़ की राजनीति में एक बहुत बड़ा नाम, बेबाक शैली, रौबदार आवाज जो सालों तक गरीबों, किसानों के लिए गरजती रही। सामंतो, राजाओं के राज में गरीबों को किसानों को उनको हक दिलाया । वह नाम था स्व. श्री परसराम जी मदेरणा 'साहब'


साहब के पुत्र श्री महीपाल मदेरणा का राजनीतिक कैरीयर एक षड़यंत्र के जरिए खत्म कर दिया गया। और अब साहब की तीसरी पीढी से उनकी पौत्री दिव्या जी मदेरणा राजनीति में सक्रीय है। दिव्या मदेरणा जोधपुर के ओसियां विधानसभा क्षेत्र से विधायक है। उनमें अपने स्व.दादाजी जैसी ही राजनीतिक चतुरता है,वही बेबाक और आक्रामक शैली।



5 मार्च 1952 को महिपाल मदेरणा (Mahipal Maderna) का जन्म जोधपुर (Jodhpur) जिले के फैलोदी में श्रीलक्ष्मणनगर दिग्गज जाट नेता परसराम मदेरणा (parasram maderna) के घर हुआ। महिपाल मदेरणा ने जोधपुर विश्वविद्यालय, जोधपुर से बी.ए., एल.एल.बी तक शिक्षा प्राप्त की है। 


महिपाल मदेरणा का विवाह 8 दिसंबर 1982 में श्रीमती लीलादेवी (Leela Maderna) के साथ हुआ जिनकी दो पुत्रियां बड़ी बेटी दिव्या मदेरणा (Divya Maderna)  और छोटी छोटी रूबल मदेरणा (Rubal Maderna)  है। जिनकी बड़ी पुत्री दिव्या मदेरणा वर्ष 2018 में जोधपुर के ओसियां (Osian) विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव में जीत हासिल की।


महिपाल मदेरणा वर्ष 2003 में जोधपुर जिले के भोपालगढ़ (Bhopalgarh) विधानसभा से 12वी राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। मदेरणा वर्ष 2000 से 2005 तक जनलेखा सीमित के सदस्य भी रहे। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज क्षेत्र में सक्रिय रहे श्री मदेरणा वर्ष 1981, 88, 94, 2000 में लगातार चार बार जोधपुर जिला परिषद के जिला प्रमुख बने। महिपाल मदेरणा केन्द्रीय सहकारी बैंक जोधपुर, मार्केटिंग सोसायटी, भोपालगढ, ग्राम सहकारी समिति, चाडी, तहसील फलौदी के अध्यक्ष भी रहे।



महिपाल मदेरणा को भोपालगढ़ की सीट रिजर्वेशन जाने के कारण उसे छोड़ ओसियां विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडा और 13वी राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। महिपाल मदेरणा की अध्ययन के साथ साथ बैडमिंटन व टेनिस खेल में विशेष अभिरुचि है।


महिपाल मदेरणा को 19 दिसंबर 2008 को राजभवन में महामहिम राज्यपाल ने गहलोत मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। महिपाल मदेरणा को जल संसाधन, इंदिरा गांधी नहर, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भूजल, सिंचित क्षेत्र विकास विभाग का मंत्री बनाया गया।


वर्ष 2011 में महिपाल मदेरणा पर भंवरी देवी (Bhanwri Devi) के लापता होने से संबंधित मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया। 1 सितंबर 2011 को भंवरी देवी लापता हो गई थी उसके बाद उनके पति अमरचंद (Amarchand Nat) ने आरोप लगाया की महिपाल मदेरणा के आदेश पर उनका अपहरण किया गया था। इसके बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने 26 अक्टूबर 2011 को महिपाल मदेरणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया।


उसके बाद सीबीआई (CBI) ने महिपाल मदेरणा को 3 दिसंबर को गिरफ्तार किया और पूछताछ की। जिसमे बाद में मदेरणा को प्रमुख संदिग्धों सहीराम बिश्नोई (Sahiram Bishnoi), शहाबुद्दीन (Shahabuddin) और सहीराम बिश्नोई के साथ जेल में बंद कर दिया गया था। बाद में पता चला की महिपाल मदेरणा और कांग्रेस विधायक मलखान सिंह (Malkhan Singh) का पूरी साजिश में हाथ था। क्युकी भंवरी देवी इन दोनो को ब्लैकमेल कर रही थी।







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