आज हम बात कर रहे है कुचेरा निकाय चुनाव की। निकाय चुनाव तो लगभग पूरे राजस्थान में हुए लेकिन दिलचस्प चुनाव कुचेरा में देखने को मिला। यहां पर कांग्रेस से अलाव हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और बीजेपी मे भी चुनाव जीतने के लिए जान फूंकी।
कुचेरा निकाय चुनाव परिणाम में 25 में से 22 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा। जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और बीजेपी का सूपड़ा साफ़ हो गया और तीन सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की।
एक तरफ देखा जाए तो यह जीत कांग्रेस की भी नहीं बल्कि तेजपाल मिर्धा की है। ऐसा इसलिए बोल रहे है क्युकी पिछली बार कांग्रेस ने तेजपाल मिर्धा को निकाय चुनाव में टिकट नहीं दिया था और मिर्धा ने अपने दम पर निर्दलीय चुनाव लडा तथा चेयरमैन भी बने। बाद में उन्होंने कांग्रेस को ज्वाइन किया।
अब आप सोच रहे होंगे की इस बार तो तेजपाल मिर्धा ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडा फिर यह जीत तेजपाल मिर्धा के बल बूते पर कैसे। तो आप को बता दे कि इस बार तेजपाल मिर्धा ने डंक कि चोट पर अपने द्वारा करवाया गया विकास के नाम पर वोट मांगे ना की कांग्रेस के नाम पर।
दूसरी ओर मिर्धा के गढ़ में हनुमान बेनीवाल ने भी संध लगाने की बहुत कोशिश की कुचेरा में जमकर अपनी पार्टी का प्रचार किया पर उनके प्रचार का तेजपाल मिर्धा को कोई नुकसान नहीं हुआ। बल्कि बेनीवाल को उल्टा पड़ गया और बेनीवाल की आरएलपी कुचेरा से एक भी सीट नहीं जीत पाई। दूसरी ओर बीजेपी का भी कुचेरा से सूपड़ा साफ हो गया है।
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