Municipal Corporation Election: राजस्थान में इस बार भी निकाय चुनाव में प्रमुख चुने जाने में हाइब्रिड फार्मूला ( hybrid formula ) लागू रहेगा। पिछले चुनाव में तत्कालीन ड्यूटी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने इसका पुरजोर विरोध किया था।
राजस्थान में शहरी निकाय चुनाव ( municipal corporation election ) में गैर पार्षद के भी निकाय प्रमुख बनने का हाइब्रिड फार्मूला लागू रहेगा। पिछले निकाय चुनाव में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ सचिन पायलट ( sachin pilot ) ने इसका पुरजोर विरोध किया था। सचिन पायलट ने इसको गलत करार देते हुए चुने हुए जनप्रतिनिधियों के हितों पर कुठाराघात बताया था। आपको बता दें कि उस समय सचिन पायलट ने इस प्रावधान के ओचित्य पर गंभीर सवाल खड़ा किया।
गहलोत सरकार ( gehlot government ) के मंत्री शांति धारीवाल ( shanti dhariwal ) ने बताया कि नगर निगम चुनाव में हाइब्रिड फार्मूला लागू रहेगा। शांति धारीवाल ने साफ तौर पर इशारा किया की इस मामले पर सचिन पायलट के विरोध का कोई मायने नहीं है। पिछले निकाय चुनाव में सचिन पायलट ने इस फॉर्मूला में विरोध में झण्डा उठाया था।
जिस समय सचिन पायलट ने इसका विरोध किया था उस समय झुंझुनूं ( Jhunjhunu ) की मंडावा ( Mandawa ) और नागौर (Nagaur) कि खींवसर (Khinwsar) सीट पर उपचुनाव (By-election ( हो रहे थे। उस समय सचिन पायलट ने मंडावा की चुनावी रैली के बाद हाइब्रिड फार्मूला तीखा तेवर दिखाए। जिसके कारण कांग्रेस (Congress) में अंदरुनी सियासत गरमा गई थी।
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