एक तरफ तो बीजेपी (bjp) गहलोत सरकार (gehlot government) को पुजारी मामले (purari case) में निशाने पर ले रही है। और दूसरी तरफ अब राजस्थान में गहलोत सरकार के विधायक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोला दिया है। राजस्थान सरकार के एक दलित विधायक ने गहलोत के ब्राह्मण मंत्री पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार में न तो दलित विधायकों कि सुनी जाती है और न ही कर्मचारियों कि सुनवाई हो रही है। दलित विधायक ने बताया कि गहलोत सरकार में बैठे ब्राह्मण मंत्री बैठे है। वो दलितों का काम नहीं करते।
कठमरू (kathamaru) विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक बाबूलाल बैरवा (Babulal Bairwa) ने अशोक गहलोत सरकार पर यह बड़ा आरोप लगाया है। एमएलए बाबूलाल बैरवा (congress mla babulal bairwa) ने बताया कि मैं जब भी दलितों के काम लेकर मंत्रियों के पास कोई काम देता हूं वो काम नहीं किया जाता है। विधायक बाबूलाल बैरवा ने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में 4 ट्रांसफर दिया था उनमें से 1 ब्राह्मण का था और 3 लोग दलित थे। उनमें से ब्राह्मण का टाइटल देखकर काम कर दिया जबकि तीन दलितों को ट्रासफर नहीं किया गया है।
बाबूलाल बैरवा ने मांगा राहुल गांधी से जवाब
विधायक बाबूलाल बैरवा ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारतीय जनता पार्टी दलित और अल्पसंख्यकों को इंसान नहीं समझती है। मगर यही हाल कांग्रेस में है, तो क्या कहेंगे।
सचिन पायलट का मेरे ऊपर अहसान - बाबूलाल बैरवा
बाबूलाल बैरवा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकर बचाने के लिए मैंने सचिन पायलट (sachin pilot) को छोड़ कर अशोक गहलोत का साथ दिया। जबकि मेरे ऊपर सचिन पायलट का बड़ा अहसान है। सचिन पायलट ने ही मुझे कांग्रेस से टिकट दिलवाया, और सचिन पायलट ने ही मुझे वोट दिलवाया। उन्होंने कहा कि मैं गुज्जरों (gurjar) के वोटों से जीत हूं। अशोक गहलोत के तो मुझे सेनी और माली के भी वोट नहीं मिला।
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