राजस्थान भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ अपनी टीम में जल्द ही बदलाव कर सकते हैं। प्रदेश कार्यकारणी से कुछ नेताओं को निकाला जा सकता है तो कई नई चेहरों को जगह मिल सकती है। अभी फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की टीम के साथ काम कर रहे है।
मिली खबर के अनुसार मदन राठौड़ राजस्थान विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर अपनी नई टीम का गठन करेंगे।
आप को बता दे की मौजूदा टाइम में राजस्थान में भाजपा के 10 प्रदेश उपाध्यक्ष, 5 महामंत्री, 13 प्रदेश मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष और 1 सह कोषाध्यक्ष है।
प्रदेश की मौजूदा टीम से प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया, सीआर चौधरी, मोतीलाल मीणा और नाहरसिंह जोधा को बाहर किया जा सकता है। आप को बता दे की चुन्नीलाल गरासिया को भाजपा ने राज्यसभा भेजा है तो सीआर चौधरी को प्रदेश सरकार में किसान आयोग का अध्यक्ष बनाया हुआ है।
वही प्रदेश महामंत्रियों में दामोदर अग्रवाल और ओमप्रकाश भड़ाना को बाहर किया जा सकता है। दामोदर अग्रवाल भीलवाड़ा से सांसद बन चुके है तो ओमप्रकाश भड़ाना को देवनारायण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा चुनाव है ऐसे ने नए नेताओं को मौका दिया जा सकता है।
वही राजस्थान में 13 प्रदेश मंत्रियों में से भी कइयों की छुट्टी होना तय है।
प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की नई टीम में कई नेताओं को प्रमोशन मिल सकता है ।
1. राजस्थान भाजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को मदन राठौड़ की नई टीम में प्रमोशन के साथ शामिल किया जा सकता है। खींवसर में होने वाले उपचुनाव को देखते हुई मौजूदा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा को प्रमोसन से कर प्रदेश महामंत्री बनाया जा सकता है।
2. मौजूदा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच को भी प्रमोसन दे कर प्रदेश महामंत्री बनाया जा सकता है मुकेश दाधीच को प्रमोसन देने के पीछे 2 मजबूत बाते बताई जा रहे है। पहला उन्हें संगठन का लंबा अनुभव और दूसरा दाधीच को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के करीबी माना जा रहा है।
लेकिन इन सब के बीच में सभी गुटों में संतुलन बनाना प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के सामने भी बड़ी चुनौती होगी। क्युकी उन्हें सभी गुटों को साधना होगा। मदन राठौड़ के कार्यभार समारोह में जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाषण दिया उसे यह बात साफ हो गई है की राजस्थान में बीजेपी कई गुटों में बंटी हुई है।
0 टिप्पणियाँ