Student Union Election 2022 | Harendra Choudhary और Rajveer Singh Banta को लेकर RLP में दो फाड़।
जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्रसंघ उम्मीदवारों के प्रचार परवाने पर है। जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस बार जाट उम्मीदवार राजवीर सिंह बांता ( Rajveer Singh Banta) को टिकट दिया है तो एनएसयूआई (NSUI) ने भी जाट उम्मीदवार हरेंद्र चौधरी ( Harendra Choudhary) पर भरोसा जताया है। जिसके कारण राजपूत समाज की दोनो ही प्रमुख दलों पर नाराजगी है। निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ( Ravindra Singh Bhati ) ने अपने समाज के अरविंद सिंह भाटी ( Arvind Singh Bhati ) को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतार कर राजपूत समाज के एक होने का परिचय देने की कोशिश की लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम साबित हुई।
रविंद्र सिंह भाटी ने काफी कोशिश की है कि उनके समाज से एक ही कैंडिडेट को निर्दलीय चुनाव लड़ वाया जाए। लेकिन भाटी काम करने में कामयाब नहीं हुए। मोती सिंह जोधा (Moti Singh Jodha ) को काफी बार वापस बैठाने की कोशिश की गई लेकिन मोती सिंह नहीं माने और वह भी निर्दलीय छात्र संघ का चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि रविंद्र सिंह भाटी खुलकर अरविंद सिंह भाटी के लिए वोट मांग रहे है।
वहीं दूसरी ओर एबीवीपी (ABVP) और एनएसयूआई की तरफ से दो जाट चहरों को आमने सामने लड़ाने के बाद में जाट समाज के अंदर भी दो गुट नजर आने लगे हैं। समाज के काफी लोग राजवीर सिंह बांता का समर्थन कर रहे हैं तो दूसरी ओर एक धड़ा हरेंद्र चौधरी के समर्थन में खड़ा है।
वही बात कर जेएनवीयू चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) की तो उनके भी नेता और कार्यकर्ता दो धड़ों में बंट चुके हैं। एनएसयूआई से हरेंद्र चौधरी को टिकट मिलने से पूर्व ही RLP के कई नेता सहित कई पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एबीवीपी के राजवीर सिंह बंता को समर्थन दे चुके हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ता इस फैसले का विरोध करते हुए एनएसयूआई के हरेंद्र चौधरी का जबरदस्त तरीके से समर्थन कर रहे हैं।
अब जय नारायण विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में दोनों प्रमुख दलों की तरफ से जाट चहरे आमने-सामने है तो वही राजपूत समाज की तरफ से भी दो निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं अब देखना दिलचस्प होगा कि किसके चेहरे पर जीत का सेहरा बंधता है।
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