कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का चल रहा आंदोलन को तीन महीने हो चुका है। ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत मार्च महीने में दर्जनों भर सभा कर रहे है ताकि किसान आंदोलन को धार दी जा सके और लोगों को इन काले कानूनों के बारे में जागरूक किया सके। इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्तर पर किसानों के लिए संसद में पारित किया गया तीनो काले कानून वापस लेने और न्यूनतम मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने को लेकर कल यानी 03 मार्च 2021 को नागौर में किसान महापंचायत आयोजित हो रही है।
इस किसान महापंचायत को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत संबोधित करेंगे। इनके अलावा इस महापंचायत में शामिल होने के लिए किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कॉमरेड अमराराम, राजस्थान जाट महासभा एवं आरक्षण अधिकार मंच के अध्यक्ष राजाराम मील, भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद, भारतीय किसान यूनियन के महा सचिव युद्धवीर सिंह, किसान संघर्ष समिति के संयोजक हिमतसिंह गुर्जर, जमीअत उलेमा ए हिन्द के प्रदेश उपाध्यक्ष हाफिज मंजूर अली खान, अनुसूचित जाति परिषद के डॉ. आरपी सिंह , बहुजन संघर्ष दल के शिवदान मेघवाल नागौर किसान महापंचायत में आ रहे है।
इसके अलावा नागौर से शामिल होने वाले नेताओं में विधायक चेतन डूडी, विधायक मुकेश भाकर, पूर्व विधायक रिछपाल सिंह मिर्धा, पूर्व विधायक मेहराम चौधरी सिणौद, मुंडवा के प्रधान प्रतिनिधित्व रेवंत राम डांगा, मुंडवा चेयरमैन प्रतिनिधित्व श्याम कंदोई के अलावा कई बड़े नेता और जनप्रतिनिधि उपस्थित होंगे।
लेकिन इस किसान महापंचायत को लेकर लोगों के जहन में एक सवाल घर कर रहा है की नागौर से सांसद और राष्ट्रिय लोकतांत्रिक पार्टी का संयोजक हनुमान बेनीवाल क्यों नही शामिल हो रहे है। सवाल लाजमी भी है क्युकी हनुमान बेनीवाल नागौर से आते है और वो लगातार किसान आंदोलन के समर्थन में है। किसान आंदोलन को समर्थन करते हुए और केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा लाया गया तीनो कृषि कानूनों के विरोध में बेनीवाल ने बीजेपी से अपना गंठबंधन भी तोड़ लिया था।
इसी बीच नागौर की किसान महापंचायत में हनुमान बेनीवाल को नहीं बुलाने पर फेसबुक यूजर हनुमान बेनीवाल को सभा में शामिल करने की बात कहे रहे है। वही काफी यूजर बेनीवाल को नहीं बुलाने पर विरोध भी कर रहे है।
एक फेसबुक यूजर ने लिखा - टीकेत साहब राजस्थान में होने बाली सभाओं में हनुमानजी साथ में होंगे तो आपको और आपके मकसद को और मजबूती मिलेगी ..
एक और फेसबुक यूजर ने लिखा - नागौर में होने वाली महापंचायत मैं आयोजनकर्ता 5000 की भी भीड़ नहीं जुटा पाएंगे और अगर हनुमान बेनीवाल को आमंत्रित किया जाता है तो लाखों की भीड़ हनुमान के एक आह्ववान पर हो जायेगी।
नागोर किसान महा पचायत में भीड़ नहीं होगी आप तो अपनी राजनीति चमकाने के लिए घुम रहे हो नागोर का दबग शेर हनुमान बेनीवाल है रहेगा राजस्थान में कुछ नहीं मिलने वाला आपको ठीक है
नागौर में होने वाली किसान महापंचायत में राजस्थान के नागौर से किसान नेता हनुमान बेनीवाल को आमंत्रित नहीं करना कहां तक जायज है जबकि महापंचायत हनुमान बेनीवाल के घर के पास हो रही हो
और भी ऐसे तमाम यूजर फेसबुक पर भरे पड़े है जो नागौर किसान महापंचायत में हनुमान बेनीवाल को नहीं बुलाने से नाराज है।
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