राजस्थान में गहलोत मंत्री मंडल विस्तार की लंबे समय से कांग्रेस नेता बाट जोह रहे है। अब बताया जा रहा है की गहलोत कैबिनेट (gehlot cabinet) का विस्तार जल्द ही होने वाला है। अब बात आ जाती है की कैबिनेट में सचिन पायलट (sachin pilot) शामिल होंगे या नहीं तो इस बात पर अभी सस्पेंस बना हुआ है की पायलट मंत्री पद लेना चाहते हैं या नहीं।
खबरों के अनुसार गहलोत कैबिनेट का विस्तार जनवरी के लास्ट तक होने की संभावना जताई जा रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट मुताबिक गहलोत मंत्रिमंडल में लगभग 10 नए चेहरे शपथ ले सकते है।
कैबिनेट विस्तार में सचिन पायलट का दबदबा
राजस्थान में जब भी कैबिनेट विस्तार की बात होती है तो आम लोगों से लेकर नेताओं के मन में एक ही सवाल उठता है की कैबिनेट विस्तार में सचिन पायलट का दबदबा कायम रहेगा या नहीं? और अगर पायलट का दबदबा रहेगा हो कितना पद उनके कैंप के विधायकों को मिल सकता है। ऐसे में खबर यह मिल रही है की पायलट कैंप (sachin pilot camp) के विधायकों में 3 से 4 विधायकों को मंत्री का पद मिल सकता है। जिनके नामों की लिस्ट कांग्रेस हाईकमान के पास पहुंच चुकी है। अब इन नामों पर हाईकमान की हरी झंडी मिलनी बाकी हैं।
संभावित दावेदार
गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने वाले संभावित दावेदार जिनको मंत्री पद दिया जा सकता है उनमें प्रमुख तौर पर सचिन पायलट गुट से बृजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी, रमेश मीणा, मुरारी मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत और विश्वेंद्र सिंह के नाम सामने आ रहे है। जबकि निर्दलीय की और से तीन नाम संयम लोढ़ा, महादेवसिंह खंडेला और मंजू मेघवाल का नाम बताया जा रहा है। वहीं बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों मे से राजेंद्र गुढ़ा और जोगेंद्र सिंह अवाना को मंत्री का पद दिया जा सकता है।
कुछ मंत्रियों का जा सकता है पद
इसे पहले खबर तो यह भी चल रही है की राजस्थान मंत्रिमंडल मे 4-6 मंत्री ऐसे है जिनकी कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। इनमे कई हैवीवेट मंत्री भी है। कांग्रेस नए समीकरण बैठाने के लिए यह फैसला ले सकती है। दूसरी ओर इन मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाने की वजह उनका रिपोर्ट कार्ड बताया जा रहा है।
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