AICC महासचिव बनने से पायलट का इनकार, राजस्थान में बनाएंगे सरकार!
एक बार फिर से ऐसा लग रहा है कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट आमने-सामने हो सकते हैं। सूत्रों से निकलकर खबर आ रही है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को एआईसीसी महासचिव का पद कांग्रेस आलाकमान ने ऑफर किया है। लेकिन सचिन पायलट ने एआईसीसी महासचिव का पद ठुकरा दिया है। वहीं सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार में भी कोई भागीदारी नहीं लेंगे। इसका मतलब साफ है कि सचिन पायलट फिलहाल केवल टोंक विधायक के रुप में ही राजस्थान में सेवा देने के मूड में है।
दूसरी तरफ सचिन पायलट का आपकी इशारा भी समझ सकते हैं कि आने वाले 5 से 6 महीनों के भीतर सचिन पायलट राजस्थान में पूरी तरह से एक्टिव रहे कर, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके अपनी तादात बढ़ाना चाहते हैं। सचिन पायलट आगामी दिनों में राजस्थान के कई विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे। इसकी शुरुआत 7 सितंबर सचिन पायलट के जन्मदिन के बाद से हो सकती है।
कहा तो ऐसा भी जा रहा है कि 7 सितंबर को अपने जन्मदिन के मौके पर सचिन पायलट राजस्थान में अपनी ताकत दिखाने वाले हैं। लेकिन सूत्रों से मिली खबर के अनुसार तो ऐसा ही लग रहा है कि सचिन पायलट अभी मन बना चुके हैं कि वह केंद्र की राजनीति में घुसना नहीं चाहते हैं बल्कि राजस्थान की राजनीति में ही रहना चाहते हैं । और प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे। और जैसे ही राजस्थान की गहलोत सरकार के विश्वास मत हासिल किए हुए को 6 महीने बीत जाएंगे, उसके बाद में पायलट गहलोत की गुटबाजी एक बार फिर से चरम पर पहुंच सकती है ऐसा मुमकिन है।
एक बार फिर से ऐसा लग रहा है कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट आमने-सामने हो सकते हैं। सूत्रों से निकलकर खबर आ रही है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को एआईसीसी महासचिव का पद कांग्रेस आलाकमान ने ऑफर किया है। लेकिन सचिन पायलट ने एआईसीसी महासचिव का पद ठुकरा दिया है। वहीं सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार में भी कोई भागीदारी नहीं लेंगे। इसका मतलब साफ है कि सचिन पायलट फिलहाल केवल टोंक विधायक के रुप में ही राजस्थान में सेवा देने के मूड में है।
दूसरी तरफ सचिन पायलट का आपकी इशारा भी समझ सकते हैं कि आने वाले 5 से 6 महीनों के भीतर सचिन पायलट राजस्थान में पूरी तरह से एक्टिव रहे कर, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके अपनी तादात बढ़ाना चाहते हैं। सचिन पायलट आगामी दिनों में राजस्थान के कई विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे। इसकी शुरुआत 7 सितंबर सचिन पायलट के जन्मदिन के बाद से हो सकती है।
कहा तो ऐसा भी जा रहा है कि 7 सितंबर को अपने जन्मदिन के मौके पर सचिन पायलट राजस्थान में अपनी ताकत दिखाने वाले हैं। लेकिन सूत्रों से मिली खबर के अनुसार तो ऐसा ही लग रहा है कि सचिन पायलट अभी मन बना चुके हैं कि वह केंद्र की राजनीति में घुसना नहीं चाहते हैं बल्कि राजस्थान की राजनीति में ही रहना चाहते हैं । और प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे। और जैसे ही राजस्थान की गहलोत सरकार के विश्वास मत हासिल किए हुए को 6 महीने बीत जाएंगे, उसके बाद में पायलट गहलोत की गुटबाजी एक बार फिर से चरम पर पहुंच सकती है ऐसा मुमकिन है।
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