Business

सचिन पायलट पहुंचे दिल्ली, अब होगा बड़ा धमाका?

Sachin Pilot reaches Delhi, will there be a big explosion?



सचिन पायलट का दिल्ली की ओर रुख करना कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राजनीति के लिए नुकसानदायक है। हाल ही में जब सचिन पायलट दिल्ली पहुंचे तो सीएम गहलोत को तीन बड़े झटके दे दिए। पहला झटका अविनाश पांडे की राजस्थान से छुट्टी करना। दूसरा झटका आलाकमान द्वारा 3 सदस्य की कमेटी बनाई गई जिसमें दो नेता सचिन पायलट को पसंद करने वालों को शामिल करना। और तीसरा झटका अविनाश पांडे की जगह अजय माकन को प्रभारी का पद देना।


अब राजस्थान की राजनीति कहीं और करवट ले रही है। कल प्रभारी अजय माकन को जयपुर आना था लेकिन उन्होंने अपना दौरा कैंसिल कर दिया और दौरा कैंसिल करने का उदाहरण उन्होंने कोरोनावायरस को लेकर दिया। लेकिन पहले कोरोना काल में अजय माकन जयपुर में 1 महीने तक रुक गए थे। दूसरा राजस्थान के अंदर तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई थी उनको जयपुर के अंदर ही बैठक होनी थी लेकिन अब यह बैठक दिल्ली में कर दी है। अब यह तीन सदस्यों की कमेटी राजस्थान की तमाम शिकायतों को दिल्ली में बैठकर सुनेगी।

ऐसे में यह सचिन पायलट का मास्टर स्ट्रांग माना जाता है। क्योंकि सचिन पायलट यह जानते थे कि अगर यह कमेटी जयपुर के अंदर बैठकर रिपोर्ट बनाएगी तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूरा प्रभाव नजर आएगा। शायद इसीलिए ही सचिन पायलट ने दिल्ली के अंदर ही रिपोर्ट बनवाने के लिए मना लिया। और अब खुद सचिन पायलट का फिर से दिल्ली की ओर रुख करना ऐसा माना जा रहा है कि 3 सदस्यों की कमेटी से पायलट मुलाकात करेंगे और अपनी बातें उनके सामने रखेंगे।

ऐसे में अब एक बार फिर राजस्थान के अंदर बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या बदलाव हो सकता है? राजस्थान में वर्तमान चार सह प्रभारियों को बदलना। इसके पीछे का कारण है अब राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन है जो कि सचिन पायलट के काफी नजदीकी माने जाते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सचिन पायलट के कहने पर अजय माकन वर्तमान चारों सह प्रभारियों को बदलकर नए सह प्रभारी बना सकते हैं। अब इनको बदलने का फायदा सचिन पायलट के लिए यह होगा कि जो रिपोर्ट अब तक  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में दिल्ली जाती थी वहां पर दबदबा सचिन पायलट का हो जाएगा।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ