google.com, pub-1531983779939577, DIRECT, f08c47fec0942fa0 बीजेपी के मंत्रियों ने योगी के खिलाफ दर्ज कराया मामला, चिट्ठी में लिखा योगी का भ्रष्टाचार

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बीजेपी के मंत्रियों ने योगी के खिलाफ दर्ज कराया मामला, चिट्ठी में लिखा योगी का भ्रष्टाचार

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उत्तर प्रदेश मैं BJP पार्टी के 2 विधायकों ने योगी के खिलाफ चिट्ठी लिखकर खलबली मचा दी है.  इन दोनों विधायकों ने अपनी ही पार्टी भाजपा मैं भ्रष्टाचार बढ़ाने के आरोप लगाए हैं. एटा से विधायक वीरेंद्र लोधी और बदायूं  के विधायक धर्मेंद्र कश्यप ने एलडीए में घूसखोरी की जांच करवाने की मांग की है. इन दोनों विधायकों का कहना है कि लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारी नक्शा पास करने के लिए लाखों की रिश्वत लेते हैं,  बीजेपी सरकार के इन विधायकों का आरोप है कि, अफसर काम करने के लिए 30 से 50 लाख रुपए ले रहे हैं. इस मामले में राज्य सतर्कता आयोग को चिट्ठी लिखकर विधायकों ने गोपनीय जांच करवाने की मांग की है.

उधर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, जांच होनी ही चाहिए. पूर्व CM अखिलेश यादव का आरोप है कि, एलडीए उनका भी नक्शा पास नहीं कर रहा है. इसलिए वह अपनी सरकार में यह काम ऑनलाइन शुरू करवाना चाहते थे, लेकिन कोई कारणवश ऐसा नहीं हो पाया है.

भारतीय जनता पार्टी के विधायक वीरेंद्र लोधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि, पिछली सरकार के मुकाबले इस सरकार में भ्रष्टाचार दोगुना हुआ है. हर काम के लिए अफसरों ने अपनी रेट बना ली है. लोधी का आरोप है कि, एलडीए ने सान ए अवध बिल्डिंग बेचने में योगी सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है. अखिलेश राज में कनॉट प्लेस की तर्ज पर सामने अवध बना था. जिसको मुंबई की कंपनी ने 438 करोड़ रुपए में भेज दिया गया है. जब की शान ए अवध की रिजर्व कीमत 500 करोड रुपए तय की गई थी.


दूसरी ओर बदायूं जिले के शेखपुर से बीजेपी के विधायक धर्मेंद्र ने भी इस तरह के आरोप लगाए हैं. उन्होंने भी अपनी चिट्ठी में लिखा कि, एनडीए के अफसर और कर्मचारी ने लखनऊ में अवैध काम करवा कर करोड़ों रुपए का घोटाला कर रहे हैं. ABP न्यूज़ के पास इन दोनों विधायकों की लिखी हुई चिट्ठी की फोटो कॉपी है.

धर्मेंद्र ने बताया कि, उन्हें कुछ लोगों ने एनडीए में जारी गड़बड़ी की शिकायत की थी. इसलिए उन्होंने चिट्ठी लिखकर राज्य सतर्कता आयोग के अध्यक्ष से पूरे मामले की जांच करवाने की मांग की है. इस मामले को लेकर बीजेपी विधायक वीरेंद्र लोधी ने कहा है कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. तो फिर सरकार में अधिकारी लूट कैसे कर सकते हैं. यह सरकार को सोचना चाहिए.



भाजपा के दोनों विधायकों के भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद सत्ता के गलियारों में हड़कंप मच गया है. लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष प्रभु नारायण सिंह का दावा है कि, कहीं पर कोई भी गड़बड़ी नहीं है. अध्यक्ष प्रभु नारायण सिंह का कहना है कि, वह हर प्रकार की जांच करवाने को लेकर तैयार हैं.  लेकिन दूसरी और सोचने की यह भी बात है कि, इससे पहले भी कोई विधायकों ने बीजेपी के खिलाफ भ्रष्टाचार बढ़ाने के आरोप नहीं लगाए हैं.